सरकार वही बनाता है
जलवा छा रहा है मेरा ,
पीछा करके देखो ।
गुजरात से निकाला ,
काशी नगरी को चमकाया ।
स्वच्छ किया गंगा को ,
मन्दिरों को महकाया ।
काशी नरेश प्रसन्न हैं मुझ पर ,
देश का शासन पाया ।
वोट मांगता अपने नाम पर
पूरे देश में घूमा ।
हर प्रांत को अपना समझा ,
जहां जीता
अपना मुख्यमंत्री बनाया ।
इमानदार चोला पहन कर ,
राजघराने या आमजन ,
ऐसा मंत्री चुनता हूं ।
देश के हर प्रांत में
ऐसा ही चाहता हूं ।
जिस राज्य में नहीं है ऐसा
ऐसा कर दिखलाऊंगा ।
डिग्री से नहीं वास्ता
तिकड़म होनी चाहिए ।
जनता को फुसलाकर
काम निकालना चाहिए ।
जो जीता विजई हुआ ,
सरकार वही बनाता है ।।
आदित्य कुमार श्रीवास्तव